SBI RTGS / NEFT Form PDF: स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया अपने ग्राहक को RTGS तथा NEFT की सुविधा प्रदान करता है। जिसकी माध्यम से मनी ट्रांसफर आसानी से किया जा सकता है। RTGS की मदत से रियल टाइम में ही मनी ट्रांसफर कर सकते है। इसके अलावा NEFT की माध्यम से भी पैसा ट्रांसफर कर सकते है। जिसमें खाताधारक के अकाउंट में 30 मिनट तक में जमा हो जाता है। अगर कम समय में पेमेंट को रिसीव करना है तो RTGS माध्यम से पेमेंट करना चाहिए।
STATE BANK OF INDIA | |
Form | SBI RTGS / NEFT |
Format | |
Form size | 105 KB |
Official website | sbi.co.in |
SBI RTGS / NEFT Form डाउनलोड करें
अगर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के RTGS / NEFT फॉर्म को डाउनलोड करना चाहते है तो नीचे देख भी सकते है और डाउनलोड भी कर सकते है। परन्तु ध्यान रहे की इस फॉर्म का उपयोग सिर्फ State Bank of India के लिए ही मान्य है। अन्य बैंक शाखा में इसे स्वीकार नहीं किया जायेगा।
Note: यदि बैंक द्वारा इस फॉर्म स्वीकार नहीं करने के स्थिति में ब्रांच से नया फॉर्म को प्राप्त कर सकते है। जिसे भरने के बाद अपनी कार्य कर पायेंगें।
RTGS / NEFT Form को कैसे भरे?
इसके लिए सबसे पहले फॉर्म को डाउनलोड करना होगा। डाउनलोड कर लेने के बाद प्रिंट आउट निकाले। इसके पश्चात फॉर्म को सही से सभी विवरण को भर लेना है। फॉर्म में दो पार्ट है जिनमें पहला पार्ट में बैंक नाम,ब्रांच,अकाउंट नंबर आदि भरे। दूसरे भाग में नाम,पता तथा हस्ताक्षर आदि को भर लें।
फॉर्म कहाँ जमा करना है?
सभी विवरण को भर लेने के बाद सबंधित ब्रांच में सबमिट करे। सबमिट करने से पहले सभी डिटेल्स को चेक कर लें। ताकि कोई भी Details गलत तो नहीं लिखा गया हो। But, यदि कुछ विवरण गलत हो तो सुधार लें या अन्य फॉर्म को भरे। अन्यथा फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया जायेगा। अगर कोई प्रॉब्लम हो रही हो तो बैंक ब्रांच से अपनी समस्या या प्रक्रिया के बारे में पूछ भी सकते है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से सबंधित FAQs:
RTGS का फुल फॉर्म- ‘Real Time Gross Settlement’ होता है। जो तत्काल भुगतान जैसे कार्यों में खास उपयोग किया जाता है।
NEFT का Full Form ‘National Electronic Funds Transfer’ होता है। इसमें चार्ज कमी ली जाती है परन्तु भुगतान प्रक्रिया पूर्ण होने में थोड़ा समय लगता है।
Real Time Gross Settlement (RTGS) की मदत से 10 लाख तक की Transaction की जा सकती है।
NEFT में IMPS की तुलना में कम चार्ज कटता है। लेकिन IMPS Transaction में तुरंत लाभुक के खाते में राशि जमा होती है।
यदि फॉर्म को भरते समय कोई भी विवरण को गलत लिखे तो बैंक में उस फॉर्म को स्वीकार नहीं किया जायेगा। ऐसे स्थिति में नया फॉर्म को सही से भरना होगा।
एसबीआई के ग्राहक मोबाइल बैंकिंग सिस्टम का भी आनंद ले सकते है। जिसमें बैंकिंग सेवा ओर आसान और फ़ास्ट सुविधा प्रदान करता है।
भारत में UPI Transaction प्रक्रिया में IMPS Transfer मोड का उपयोग किया जाता है। जिससे Receiver Bank अकाउंट में तुरंत Credit होता है।
नहीं, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का फॉर्म अन्य किसी भी बैंक में स्वीकार नहीं किया जाएगा।