झारखण्ड राज्य के महिला बाल, विकास एवं सामाजिक सुरक्षा, विभाग द्वारा बालिकाओं के लिए इस योजना को शुरु किया गया है। पहले इस स्कीम का नाम “मुख्यमंत्री सुकन्या योजना” था। परन्तु अगस्त-2022 में इसका नाम बदलकर ‘सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना’ रखा गया। इसके तहत बालिकाओं को सहायता के तौर पर उचित राशि प्रदान करने का प्रावधान है। जिससे राज्य के बालिकाओं का ओर अधिक प्रगति बढ़ने में सहायक हो।
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना | |
स्कीम का नया नाम | सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना |
राज्य | झारखण्ड |
आवेदन विधि | ऑफलाइन फॉर्म भर के आवेदन करें। |
लाभार्थी | झारखंड राज्य के बालिकाएं |
फॉर्म का साइज तथा फॉर्मेट | 603 KB, 674 KB तथा PDF |
मुख़्यमंत्री सुकन्या योजना झारखण्ड क्या है?
झारखण्ड सरकार द्वारा शुरू की गयी यह एक स्कीम है। जिसमें राज्य के बालिकाओं को आर्थिक मदत हेतु उचित राशि प्रदान करने का प्रावधान है। योजना का शुभारंभ झारखण्ड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास द्वारा किया गया था। इस योजना का मुख्य लक्ष्य,गरीब बालिकाओं को अधिक शिक्षित करना और समाज में महिला सह-शक्तिकरण को बढ़ाना। इस योजना की मदत से लड़कियों की शिक्षा,विकास और सामाजिक प्रतिष्ठा की प्रगति में बढ़त्तरी होगी।
मुख़्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत पैसे कोई किस्तों में बालिकाओं के बैंक खाते में दिया जाता है। स्कीम के तहत लाभार्थी बालिका को उम्र 2 से 20 वर्ष तक लाभ मिलेगा। आवेदन फॉर्म भरने के प्रक्रिया ऑफलाइन तरीके से स्कूल,आंगनवाड़ी केंद्र या ब्लॉक से कर सकते है।
मुख़्यमंत्री सुकन्या योजना के क्या पात्रता है?
इस योजना के लाभ पाने के लिए इसके पात्रता (Eligibility) को पूरा करना होगा। तभी योजना का लाभ मिल सकता है। इस योजना के कुछ शर्ते जो निम्न है-
- परिवार अंत्योदय वर्ग की सूची में होना चाहिए अर्थात परिवार के पास राशन कार्ड होना चाहिए।
- आपके परिवार का “SECC-2011” के लिस्ट में नाम होना चाहिए।
- आवेदक झारखण्ड राज्य के स्थानीय निवासी हो।
- बालिका का आयु (Age) कम से कम दो वर्ष तक और अधिकतम 20 वर्ष तक होना चाहिए।
मुख़्यमंत्री सुकन्या योजना झारखण्ड का आवेदन कैसे करें?
इस योजना का आवेदन ऑफलाइन तरीके से करना होगा। अभी तक विभाग के तरफ से ऑनलाइन विधि से आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं किया गया है। इसलिए Mukhyamantri Sukanya Yojana PDF Form को फिलहाल ऑफलाइन माध्यम से ही फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन करने का प्रक्रिया निम्न प्रकार है-
- सबसे पहले आवेदन फॉर्म को डाउनलोड कर प्रिंट आउट निकल लें और फॉर्म को सही से भर लें।
- जिसका भी हस्ताक्षर और मुहर चाहिए करा लें, जैसे- मुखिया,आंगनवाड़ी सेविका,पंचायत सचिव,माता या पिता, प्रधानध्यापक का हस्ताक्षर आदि।
- फिर, फॉर्म को आंगनवाड़ी केंद्र या फिर ब्लॉक में जमा कर दें।
आवेदन के लिए जरूरत दस्तावेज
यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते है, तो कुछ महत्पूर्ण डाक्यूमेंट्स होना चाहिए। जो निम्न प्रकार के कागजात हो-
- आवेदन फॉर्म।
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- बैंक खाता (Passbook)
- जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) का फोटो कॉपी, यदि 18-20 वर्ष के हो तो Voter ID का फोटो कॉपी।
- यदि शादी हुई हो तो विवाह निबंधन प्रमाण पत्र का फोटो कॉपी।
- राशन कार्ड (Ration Card)
- पासपोर्ट साइज फोटो।
योजना के तहत मिलने वाले राशि का विवरण:
चरण (Step) | राशि रुपये में (Rs.) |
आठवीं कक्षा में | 2,500/- |
नवीं क्लास | 2,500/- |
दसवीं कक्षा | 5,000/- |
11वीं क्लास | 5,000/- |
बारहवीं कक्षा | 5,000/- |
बालिका का 18 वर्ष पूरा होने पर | 20,000/- |
कुल राशि | 40,000/- |
नोट: ऊपर दर्शाया गया विवरण चार्ट को न्यूज़ सबंधित साइट की स्रोत पर आधारित है।
Mukhyamantri Sukanya Yojana से होने वाले लाभ-
झारखण्ड के बालिकाओं के लिए ये योजना काफी सहायक है। इस योजना से होने वाले लाभ के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार है-
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को राहत मिलेगा।
- बालिकाओं के शिक्षा में बढ़त्तरी होगी।
- बालिकाओं के प्रगति और शक्तिकरण मजबूत होगा।
- समाज में कन्या के प्रति और अधिक सम्मान बढ़ेगा।
- शिक्षा और आर्थिक विकास में सहायक होगा।
- बालिकाओं का बाल विवाह रुकेगा।
- बालिकाओं का स्कूल जाने में रूचि बढ़ेगी।
मुख़्यमंत्री सुकन्या योजना आवश्यक क्यों?
झारखण्ड के बेटियों के लिए ये योजना बहुत आवश्यकता थी। भारत में आज भी लिंग अनुपात में काफी अंतर है। बालिकाओं की संख्या लड़कों की तुलना में कम ही है। जिसका असर हमे समाज में दिखने को भी मिलता है। देश के बेटियों के लिए इस तरह के योजना से लड़कियों का मनोबल अधिक बढ़ेगा। बालिकाओं के लिए ये योजना शिक्षा ग्रहण करने में,दैनिक जीवन,शादी आदि में भी सहायक साबित होगी।
SECC-2011 क्या होता है?
भारत सरकार द्वारा 2011 में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जनगणना किया गया था। जो सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना के आधार पर किया गया था। SECC का Full Form ‘Socio Economic and Caste Census’ होता है। जिसे हिंदी में ‘सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना’ भी कहा जाता है।
फॉर्म को डाउनलोड करे-
योजना नाम बदल जाने के पश्चात नया फॉर्म को ही आवेदन के रूप में स्वीकार किया जायेगा। परन्तु हमनें दोनों फॉर्म को यहाँ उपलब्ध कराया है। जिसे डाउनलोड एवं प्रिंट करने के बाद फॉर्म को भर सकते है।
सुकन्या योजना फॉर्म से सबंधित FAQs:
भरे हुए ऑफलाइन फॉर्म को आंगनवाड़ी केंद्र या अपने ब्लॉक में जमा कर सकते है।
फॉर्म को ऑनलाइन डाउनलोड कर प्रिंट आउट भी निकाल सकते है। इसके अलावा स्कूल,आंगनवाड़ी केंद्र या ब्लॉक में भी मिल सकता है।
ग्रामीण और शहरी परिवार के परिस्थिति अलग-अलग होती है,इसलिए हो सकता है योग्यता पात्रता में भी अंतर हो।
हाँ,फॉर्म में जितने भी आवश्यक हस्ताक्षर कराने की जररूत है। सभी हस्ताक्षर को जरूर करा लें,अन्यथा आवेदन को रिजेक्ट कर दिया जाएगा।
यदि ऑफलाइन फॉर्म भर रहे हो तो फॉर्म में स्थित आंगनवाड़ी,पंचयात सचिव,मुखिया,माता,आवेदक और प्रधानध्यपक का हस्ताक्षर अनिवार्य है।
हमारे अनुमान आधार पर राज्य में भाजपा की सरकार वक्त सुकन्या योजना रखा गया था। परन्तु बाद में सरकार एवं पार्टी बदलने की वजह से नाम में बदलाव किया गया।
इस योजना का आवेदन स्टेटस ऑनलाइन चेक नहीं किया जा सकता है। आवेदन का Status जानने के लिए अपने ब्लॉक/तहसील जाना होगा।